On times and age

मुश्किल है दौर इतना और उम्र थक गई ,
अब किससे जाकर पूछें मंजिल किधर गई,
बाजार में पूछा था इन्सानियत मिलेगी?,
सबने हंसते हुए कहा वह तो कब की मर गई!

Source: Facebook

%d bloggers like this: